लेखक: Team Finsparrow
प्रकाशन तिथि: 7 मई 2025
श्रेणी: भारतीय शेयर बाजार / निवेश सलाह / जियोपॉलिटिक्स
भारत-पाक तनाव बढ़ा तो बाजार का क्या होगा?” – हर निवेशक का यही सवाल है।
हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर ने देश की सीमाओं के साथ-साथ निवेशकों के दिल की धड़कनें भी तेज़ कर दी हैं। न्यूज चैनल्स पर गरमागरम बहसें, सोशल मीडिया पर अफवाहों की बाढ़ और वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार में हलचल – ऐसे में समझ नहीं आता कि करें तो क्या करें?
अगर आप भी सोच रहे हैं कि इस तनाव के माहौल में आपका पैसा सुरक्षित है या नहीं, तो यह लेख खास आपके लिए है।
तनाव बढ़ता है, तो बाजार क्यों हिलता है?
मान लीजिए आप एक रेस्टोरेंट चला रहे हैं। अगर किसी दिन पास की सड़क पर झगड़ा हो जाए, तो लोग खाने आने से डरेंगे – है ना?
बिलकुल यही हाल शेयर बाजार का होता है जब भारत और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के बीच तनाव बढ़ता है। क्यों?
- निवेशक डरते हैं कि हालात और बिगड़ेंगे।
- विदेशी निवेशक (FII) तो वैसे भी रिस्क से दूर भागते हैं।
- रुपया गिरता है, जिससे इंपोर्ट महंगा हो जाता है।
📌 साफ बात ये है – डर का असर सीधा बाजार पर दिखता है।
ऑपरेशन सिंदूर का असर: किसे फायदा, किसे नुकसान?
अब बात करें सीधे ऑपरेशन सिंदूर की – ये एक मिलिट्री एक्सरसाइज है, लेकिन बाजार ने इसे चेतावनी के रूप में लिया है।
🚀 फायदा किन्हें हुआ?
- डिफेंस कंपनियों के शेयर चमकने लगे – HAL, BEL, भारत डायनामिक्स जैसे नामों में तेजी।
📉 किसे नुकसान हुआ?
- बैंकिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल एस्टेट जैसे सेक्टर दबाव में हैं।
- निवेशक ऐसे समय में risky assets से दूरी बना लेते हैं।
💰 और सोना?
- Gold ने फिर साबित किया कि वो हर तूफान में “सुरक्षित किनारा” है।
- साथ ही, क्रूड ऑयल के दाम बढ़ने से चिंता भी बढ़ी है – कच्चा तेल महंगा मतलब महंगाई का खतरा।
इतिहास गवाह है: डर हमेशा टिकता नहीं
साल | घटना | बाजार की प्रतिक्रिया |
---|---|---|
1999 | कारगिल युद्ध | गिरा, फिर उबरा |
2001 | संसद हमला | हल्की गिरावट |
2016 | सर्जिकल स्ट्राइक | 1-2% की गिरावट, लेकिन तेज़ रिकवरी |
👉 मतलब ये कि डरता हर कोई है, लेकिन टिकता नहीं है।
निवेशकों के लिए 5 आसान लेकिन समझदारी भरे सुझाव
- घबराएं नहीं, समझदारी से सोचें
बाजार में हलचल आएगी, लेकिन घबराकर फैसला लेना सबसे बड़ी गलती होगी। - SIP बंद मत करें
ये मौका है सस्ते शेयरों में ज़्यादा यूनिट्स खरीदने का। - डिफेंसिव सेक्टर को अपनाएं
FMCG और फार्मा जैसे सेक्टर स्थिर रहते हैं – निवेश के लिए अच्छे विकल्प। - थोड़ा सोना जोड़ लें
पोर्टफोलियो में 5-10% गोल्ड होना इस वक्त सही रणनीति हो सकती है। - फेक न्यूज से बचें
सोशल मीडिया की हर बात सच नहीं होती। पक्के और भरोसेमंद सोर्स से ही फैसला लें।
आख़िर में एक बात याद रखें…
बाजार एक ऐसा आईना है, जो हर डर, उम्मीद और अफवाह को दिखाता है।
लेकिन अगर आप लॉन्ग टर्म खिलाड़ी हैं, तो हर गिरावट आपके लिए एक मौका है।
Operation Sindoor एक चेतावनी है, लेकिन ये भी एक टेस्ट है – आपके धैर्य और सोच का। जो निवेशक समझदारी दिखाएंगे, वही इस उथल-पुथल से जीतकर निकलेंगे।
Disclaimer
यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से है। इसमें दी गई कोई भी जानकारी निवेश सलाह नहीं है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।